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साहित्यिक दधीचि थे श्रीकृष्ण सरल
शौर्य, वीरता के अमर गायक श्री श्रीकृष्ण सरल का निधन 2 सितम्बर 2000 को 81 वर्ष की अवस्था में उज्जैन में हो गया।अमर शहीदों के चारण की भूमिका..

डॉ. सन्तोष व्यास
5 जन॰


सरलजी के गीतों का काव्य सौन्दर्य
सर्वविदित है कि महाकवि श्रीकृष्ण 'सरल' की काव्य चेतना का मूल–स्वर राष्ट्रीयता है। उनके उपर्युक्त गीतों में युवा पीढ़ी का प्रबोधन भी इसी दृष्

डॉ. कृष्णगोपाल मिश्र
14 दिस॰ 2024


क्रान्तिरथी ब्लॉग
भारतीय क्रान्तिकारियों पर केन्द्रित प्रामाणिक लेख, संस्मरण, शोधपत्र आदि को वेबसाइट पर 'क्रान्तिरथी ब्लॉग' के माध्यम से सहेजा जा रहा है।


महाकवि श्रीकृष्ण सरल का महाकाव्य ‘तुलसी–मानस’ : रामचरित मानस का पुनर्सृजन ही है
श्रीकृष्ण सरल द्वारा रामचरित मानस के इस पुनर्सृजन में मानस के भीतर एक मानस है, जिसमें रामकथा का संक्षिप्त,सुन्दर, सर्वांग स्वरूप नए क्षितिज

डॉ. भगवानस्वरूप चैतन्य
11 मई 2023


उज्जैन में माँ विद्यावती द्वारा शहीद भगत सिंह पर विश्व के प्रथम महाकाव्य का ऐतिहासिक लोकार्पण
उज्जैन के लिए ऐतिहासिक दिन था, जब राष्ट्रकवि श्रीकृष्ण सरल के महाकाव्य सरदार भगत सिंह के लोकार्पण के लिए माँ विद्यावती देवी उज्जैन पधारी थीं

डॉ. रमेश चंद्र
22 अप्रैल 2023


श्रीकृष्ण सरल कृत प्रबंध काव्य ‘अजेय सेनानी–चंद्रशेखर आज़ाद’ राष्ट्र चेतना का जीवंत अभिलेख
किसी कवि के लिए इससे बड़ा आदेश, इससे बड़ा आशीर्वाद और क्या हो सकता है कि स्वयं राष्ट्रमाता उन्हें यह आदेश दे रही हों। महाकवि श्रीकृष्ण सरल..

डॉ. पुरुषोत्तम पाटील
17 मार्च 2023


श्रीकृष्ण सरल ने राष्ट्रीय-संत के समान लालसाविहीन जीवन जिया था
राष्ट्रकवि श्रीकृष्ण सरल भारत के महान राष्ट्रीय-संत विनोबा भावे की ही तरह लालसाविहीन जीवन जीते रहे एवं समाज व राष्ट्र की उन्नति के लिए अपना

जगदीश शर्मा 'सहज'
16 अक्टू॰ 2022


राष्ट्रकवि श्रीकृष्ण सरल : साहित्य एवं लोकमानस की शुभकामनाएं ही उनकी धरोहर रही है
साहित्य और साहित्यकार जो राष्ट्र को समर्पित हो, ऐसे ही संदर्भ की जब बात निकलती है तो बस एक नाम मानस पटल पर आता है, वह है - ‘श्रीकृष्ण सरल'

डॉ. लता अग्रवाल 'तुलजा'
2 अक्टू॰ 2022
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